शिवसेना विधायक संजय गायकवाड़ ने मुंबई स्थित विधायक छात्रावास की कैंटीन में बासी खाना परोसे जाने की शिकायत पर एक कर्मचारी को थप्पड़ मार दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें गायकवाड़ कैंटीन संचालक को डांटते, बिल का भुगतान करने से इनकार करते और बिलिंग काउंटर पर बैठे कर्मचारी को थप्पड़ मारते नजर आ रहे हैं।
बुलढाणा से विधायक गायकवाड़ ने मीडिया से कहा कि उन्होंने पहले भी दो-तीन बार खाने की खराब गुणवत्ता की शिकायत की थी, लेकिन इस बार खाना पूरी तरह अस्वीकार्य था। उन्होंने कहा कि वह इस मुद्दे को महाराष्ट्र विधानमंडल के चालू सत्र में उठाएंगे।
घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट किया कि संजय गायकवाड़ उनकी पार्टी से नहीं, बल्कि शिंदे गुट से हैं। ठाकरे ने दावा किया कि यह मुख्यमंत्री को बदनाम करने की साजिश है और यह सब जानबूझकर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बनना चाहते थे, लेकिन नहीं बन पाए, इसलिए अब बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
मामले पर शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल परब ने विधानसभा में इस मुद्दे को उठाते हुए सत्तारूढ़ गठबंधन पर राजनीतिक अहंकार और मनमानी का आरोप लगाया। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने गायकवाड़ के व्यवहार की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाएं जनता के बीच विधायकों और सत्ता के समीकरणों को लेकर नकारात्मक संदेश भेजती हैं।
विपक्षी दलों ने गायकवाड़ के इस व्यवहार की कड़ी निंदा की है और इस पर विधिसम्मत कार्रवाई की मांग की है।