महाराष्ट्र के ठाणे जिले के मीरा भायंदर इलाके में मराठी में बात न करने पर एक फूड स्टॉल मालिक को थप्पड़ मारे जाने की घटना ने राजनीतिक और सामाजिक तनाव को बढ़ा दिया है। इस घटना के विरोध में व्यापारियों द्वारा प्रस्तावित प्रदर्शन से पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के नेता अविनाश जाधव को सोमवार देर रात ठाणे स्थित उनके आवास से पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
पुलिस ने बताया कि यह घटना मंगलवार को भयंदर इलाके में हुई थी, जहां मनसे के सात सदस्यों ने एक फूड स्टॉल मालिक से मराठी में बात करने की मांग को लेकर उस पर हमला कर दिया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें कुछ हमलावर मनसे के प्रतीक वाले स्कार्फ पहने हुए दिखे। पुलिस के अनुसार, झगड़ा उस समय शुरू हुआ जब खाना खरीदते समय एक व्यक्ति ने स्टॉल मालिक से मराठी में बात करने को कहा और आपत्ति जताने पर उसे थप्पड़ मार दिया गया।
इस मामले में मनसे के सात कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया था, जिन्हें बाद में नोटिस देकर छोड़ दिया गया। उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है, जिनमें दंगा, धमकी और हमला शामिल हैं।
मनसे नेता अविनाश जाधव को मीरा भायंदर में प्रस्तावित रैली में भाग लेने से रोकने के लिए पुलिस उपायुक्त प्रकाश गायकवाड़ ने निषेधाज्ञा जारी की। आदेश के अनुसार, जाधव के खिलाफ विभिन्न थानों में 28 संज्ञेय अपराध दर्ज हैं और उनके आगमन से कानून-व्यवस्था की स्थिति बिगड़ सकती है। इसी के तहत मंगलवार को उनके भायंदर में प्रवेश पर एक दिन के लिए रोक लगाई गई है।
इस घटनाक्रम के बीच मनसे ने जाधव की हिरासत का वीडियो सोशल मीडिया पर साझा किया है। वहीं, मीरा भायंदर इलाके में भारी सुरक्षा तैनात की गई है और प्रस्तावित रैली पर भी रोक लगा दी गई है। गौरतलब है कि मनसे राज्य में वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और बैंकों में मराठी भाषा के उपयोग पर जोर देती रही है।