भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का अपमान करने का आरोप लगाया है। एक सार्वजनिक कार्यक्रम में दिए गए भाषण के दौरान खड़गे ने दोनों नेताओं के नामों का गलत उच्चारण किया। वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसमें खड़गे को “मुरमा जी” कहते हुए सुना जा सकता है, हालांकि उन्होंने तुरंत सुधार कर “मुर्मू” कहा। कुछ ही सेकंड बाद उन्होंने रामनाथ कोविंद का नाम “कोविड” कह दिया।
इसको लेकर भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने देश की राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के लिए आपत्तिजनक शब्दों का प्रयोग किया, जो कांग्रेस की दलित विरोधी मानसिकता को उजागर करता है। उन्होंने कहा कि जो पार्टी और नेता संविधान की बात करते हैं, वही खड़गे के ज़रिए आदिवासी और दलित समुदाय का अपमान कर रहे हैं।
भाटिया ने आगे कहा कि खड़गे द्रौपदी मुर्मू को “मुर्मा” और पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को “कोविड” कहकर संबोधित करते हैं। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि खड़गे ने मुर्मू को भू-माफिया तक कह डाला और यह तक कहा कि वह जमीन और जंगल छीनने के लिए राष्ट्रपति बनी हैं। भाटिया ने दावा किया कि यह सब राहुल गांधी के इशारे पर हो रहा है।
जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी द्वारा जनवरी 2022 में राष्ट्रपति को “राष्ट्रपत्नी” कहे जाने की घटना की याद दिलाई। पूनावाला ने एक्स पर लिखा, “खड़गे मुर्मू को 'मुरमा' और कोविंद को गलत नाम से पुकारते हैं, फिर उन्हें जमीन लुटेरे कहते हैं।”
उन्होंने इसे संयोग नहीं बल्कि ‘एक उद्योग’ बताया और कांग्रेस की मानसिकता पर सवाल उठाए। पूनावाला ने कहा कि यह कोई पहली बार नहीं है, कांग्रेस की आदत बन चुकी है संवैधानिक पदों पर बैठे आदिवासी और दलित नेताओं का अपमान करना।
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