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मणिपुर में मैतेई-कुकी समुदायों के बीच संवाद बढ़ा रहा आरएसएस, शांति की उम्मीद

Editor : Omprakash Najwani - Aagaj ki Aawaj
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने सोमवार को कहा कि उसके स्वयंसेवक जातीय हिंसा से जूझ रहे मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच बातचीत को बढ़ावा देकर राज्य में तनाव को कम करने का प्रयास कर रहे हैं और धीरे-धीरे शांति लौट रही है। दिल्ली में आयोजित तीन दिवसीय प्रांत प्रचारक बैठक के समापन के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में आरएसएस के राष्ट्रीय प्रचार एवं मीडिया विभाग के प्रमुख सुनील आंबेकर ने बताया कि मणिपुर की वर्तमान स्थिति और वहां हो रहे सकारात्मक बदलावों को लेकर बैठक में चर्चा की गई। आंबेकर ने कहा कि आरएसएस के स्वयंसेवक राज्य में शांति और सद्भाव स्थापित करने के लिए दोनों समुदायों के बीच संवाद को प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जब किसी क्षेत्र में हालात बिगड़ते हैं, तो वे एक दिन में ठीक नहीं होते। लेकिन पिछले साल की तुलना में मणिपुर में थोड़ी शांति है। दोनों पक्षों के बीच संवाद की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और हमें विश्वास है कि समाधान निकलेगा।’’ आंबेकर ने यह भी बताया कि देशभर से आए प्रतिनिधियों ने अपने अनुभव साझा किए हैं और बताया कि स्वयंसेवक किस प्रकार मैतेई और कुकी समुदायों के बीच सकारात्मक वातावरण तैयार करने में लगे हैं। उन्होंने कहा कि शांति प्रक्रिया आरंभ हो गई है और बातचीत का यह सिलसिला आगे बढ़ेगा। मणिपुर में मई 2023 से जारी जातीय हिंसा में अब तक 260 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग बेघर हुए हैं। केंद्र सरकार ने 13 फरवरी को तत्कालीन मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के इस्तीफे के बाद मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया था और राज्य विधानसभा को निलंबित कर दिया गया था। कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे की इस कथित टिप्पणी पर कि यदि कांग्रेस केंद्र में सत्ता में लौटी तो संघ पर प्रतिबंध लगाया जाएगा, आंबेकर ने कहा, ‘‘संघ पर पहले भी प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन उसे हटाना पड़ा क्योंकि वह कानूनन वैध नहीं था।’’

08-July-2025 || Aagaj ki Aawaj
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