जन सुराज पार्टी के संस्थापक और राजनीतिक कार्यकर्ता प्रशांत किशोर ने आगामी बिहार विधानसभा चुनावों में जनता दल (यूनाइटेड) के प्रदर्शन को लेकर बड़ा दावा किया है। किशोर ने कहा कि अक्टूबर-नवंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों में जदयू को 25 से ज़्यादा सीटें नहीं मिलेंगी और यदि ऐसा होता है तो वह राजनीति से संन्यास ले लेंगे।किशनगंज ज़िले में सभा को संबोधित करते हुए प्रशांत किशोर ने अपनी भविष्यवाणी को पश्चिम बंगाल चुनाव के उदाहरण से पुख्ता किया। उन्होंने कहा कि पहले ही बताया था कि भाजपा 100 का आंकड़ा पार नहीं कर पाएगी और जैसा हुआ, पार्टी 77 सीटों पर सिमट गई।प्रशांत किशोर ने जदयू के राष्ट्रीय महासचिव मनीष कुमार वर्मा पर भी पलटवार किया। वर्मा ने उन पर शराब माफिया से संबंध होने का आरोप लगाया था, जिस पर किशोर ने उन्हें ‘सड़क पर टहलते कुत्ते’ की संज्ञा देते हुए कहा कि हर किसी को जवाब देना ज़रूरी नहीं होता।अपने संबोधन में प्रशांत किशोर ने हिंदू-मुसलमान गठजोड़ पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को लंबी लड़ाई के लिए गांधीवादी, अंबेडकरवादी, कम्युनिस्ट और समाजवादी हिंदुओं के साथ हाथ मिलाना होगा। किशोर ने दावा किया कि देश के 80 प्रतिशत हिंदुओं में से भाजपा को केवल 40 प्रतिशत वोट मिले हैं। उन्होंने सवाल किया कि अगर MY समीकरण होता तो बिहार से 40 मुस्लिम विधायक और अधिक मुस्लिम सांसद जीतते। उन्होंने कहा कि असल में समीकरण YM है, जहाँ यादव उम्मीदवार होते हैं वहाँ मुसलमान उन्हें वोट देते हैं, लेकिन मुसलमान उम्मीदवारों को अन्य समुदायों का समर्थन नहीं मिलता।
किशोर ने कहा कि जातिगत समीकरणों को छोड़ विचारधारा आधारित गठबंधन बनाना होगा। उन्होंने कहा कि जिस तरह गांधी, बाबा साहेब अंबेडकर, साम्यवाद और समाजवाद को मानने वाले लोग मुसलमानों के साथ मिलकर आज़ादी की लड़ाई लड़े थे, उसी तरह भाजपा और उसकी विचारधारा आधारित व्यवस्था से लड़ने के लिए वैचारिक गठबंधन खड़ा करना होगा।
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